Kirti singh 05 May 2023 कविताएँ अन्य यह जरूरी नहीं कि मानव रिश्ते ही आपके हमदर्द बने कभी उन रिश्तो से बाहर झांक कर देखो कई रिश्ते मिल जाएंगे आपका दर्द बांटने के लिए 7180 1 5 Hindi :: हिंदी
यह जरूरी नहीं कि मानवी रिश्ते ही आपके हमदर्द बने, कभी उन रिश्तो से बाहर झांक कर देखो कई रिश्ते मिल जाएंगे आप का दर्द बांटने के लिए अगर आप पशु पक्षी से जोड़ते हो अपना रिश्ता तो वह अपनी मुक भाषा से आप की तन्हाई का इलाज कर जाएंगे अगर आप जोड़ते हो प्रकृति से रिश्ता तो वह नदी बन दुनिया की सोर से कहीं दूर लहरों में ले जाएगी और हवाओं के संग आपके मन को पेड़ की डाली के संग झूमाती हुई पर्वत के शिखर पर मचलाती हुई कोहरे के छोटे कणों में डूबोती हुई सूरज की किरणों पर बैठाती हुई चांद की शीतलता में छोड़ जाएगी। मानवीय रिश्तो की खिड़की से बाहर झांक कर देखो कई रिश्ते रंगों को लेकर खड़े हैं सिर्फ आपके लिए, सतरंगी तितली के संग भागों वह तुम्हें आकाश में रंगों सी उछाले गी उड़ती चाहती चिड़ियों के संग जाओ वह तुम्हें उड़ान दे जाएगी जंगल के पशु पक्षी के संग दूर से खेलो फिर भी वह आपके साथ अच्छी दोस्ती कर जाएंगे। साथ छोड़ दे अगर मानवीय रिश्ते फिर भी यह आपका साथ हरदम निभाएं गे। Kirti singh
11 months ago