Pinky Kumar 04 Apr 2023 आलेख दुःखद 5422 0 Hindi :: हिंदी
माँ का खजाना बचत =) माँ के बारे में पहले भी लिख चुकी हूँ पर वह बोहत कम था माँ के बारे में जितना लिखा जायें उतना कम है। है। माँ का दिल एक विशाल समुद्र कि भाती होता है। जिसमें सब कुछ समा लेनी कि ताकत होती है। माँ जैसा सहनशील कोई नहीं होता माँ अपने जिवन में इतना बचत करती है। कि वह बचा हुआ खजाना आगे बच्चों के काम आयें किभी अपनी माँ का दिल मत दुःखाना अगर तुम्हारे पास कुछ भी नहीं है। एक बार माँ को बता देना फिर देखों वह कैसे अपने खजाने में से निकाल कर देती है। माँ जैसा इस दुनिया सबसे बड़ा जादुगर कोई नहीं है। और समय ऐसा आगया है। कि बच्चे जरासे बड़े और कमाने क्या लग जाते है कि अपनी माँ ही उन्हेने बोझ लगने लगती है। लोगों के पास मकान तो बोहोत पर दिल में जगह नहीं है। माँ पिता को लेकर आखिर क्यों अपनी माँ बोझ लगने लगती है। जिस माँ नौ महिने कोख में रखा उसने कभी जाहीर ही नहीं होने दिया कि बेटा तुम भी बोझ रह चुके हो मुझ पर कभी यह बात अहसास नहीं होने दि हमें और हम बच्चें जरा से पैसे कमा का आज उनपर रोप झहाड़ रहें है। कितने निर्दई लोग होते है। जो अपनी माँ को बिना सोचें समझे घर से बहार निकाल देते है। इस दुनिया में टोकर खाने के लिये भुखी प्यासी सर्दी गर्मी सहती हुई इसी आस में कि आज लेने आयेगा मेरा बेटा मुझे लेने कितने स्वार्थी होगयें हम और कब से होगये हम ऐसा क्या कभी पूछा है अपने आप से क्या जवाब देगे भगवान जब भगवान को ही घर से निकाल दिया याद करो जब पापा के पास पैसे ना हुआ करते थे तब याद करों माँ अपने खजाने में से हमारी हर जरूरतो को पूरा करती थी । आज उसी माँ के लिये हमारा खजाना खत्म होगया है। धन्यवाद शायद आपको पंसद आये
Collge Pas Student Student Library Wizard Awards 2015 Award Gold Medal And Cash...