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# मां ...

Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 39399 1 5 Hindi :: हिंदी

# मां ...

मां दिवस पर
क्या लिखूं मैं
मां के बारे में ...!

मां तो है ,
तो है सब कुछ ...

मां नहीं तो
ये जीवन झूठ ...

मां के जैसी ,
यहां कोई नहीं ...

मां की कोई 
उपमा नहीं ,
इस दुनिया सारे में ...!

मां दिवस पर ,
क्या लिखूं मैं 
मां के बारे में ...!

चिन्ता नेताम " मन "
डोंगरगांव ( छत्तीसगढ़ )

Comments & Reviews

akhilesh  Shrivastava
akhilesh Shrivastava महोदय, नमस्कार साहित्य लाइव साइट पर अखिलेश श्रीवास्तव एडवोकेट जबलपुर के नाप से मेरी प्रोफ़ाइल है मैंरी एक कविता जिसका शीर्षक (मां) है मां दिवस पर प्रकाशित हुई है परन्तु आफिस की गलती के कारण मेरी प्रोफ़ाइल खोलने पर आपकी कविता मां दिख रही है कहीं ऐसा तो नहीं है कि आपकी प्रोफाइल में में मेरी कविता दिख रही हो आप भी चेक कर लीजिए धन्यवाद

1 year ago

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