Ranjana sharma 30 Mar 2023 आलेख दुःखद Google 89228 0 Hindi :: हिंदी
कभी - कभी जो दिल करता है वो हम कर नहीं पाते बस सोच के ही रह जाता है मन,पर बहुत पीड़ा होती है ऐसा क्यों होता है ये जो मन है न ,बड़ा ही चंचल है कभी एक जगह स्थिर ही नहीं रह सकता बस एक बावले भंवरे की भातिं इधर से उधर भटकता रहता है और कभी -कभी अनजाने में इतनी तकलीफ हमें दे जाती है कि हमें खुद को पता नहीं चलता ऐसा क्यों हुआ हमारे साथ ,बस सोच के ही रह जाते हैं।🙏