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आईना

Rupesh Singh Lostom 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य आईना 37541 0 Hindi :: हिंदी

आईना सच बोलती है 
कभी इसको आज़मा के देखना 
इसके अंदर अपने झक के देखना 
लेकिन बिदकना मत अपने 
आँखों में आँखें डाल के देखना 

आईना सच ही बोलती  है 
चुप चाप दबी दबी अबाजों से 
ऐ बात अलग है 
हम समझ नहीं पाते
उसकी बातों जज्बातों को 

बिना कुछ कहे बिन बोले 
बो सब कह देता 
जो हम समझ नहीं पाते 
बिन देखे सब दिखा देती  
आईना आईना सिर्फ आईना

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