Samar Singh 12 Jul 2023 गीत प्यार-महोब्बत उसकी खूबसूरती प्रकृति की सुंदरता में परिलक्षित हो रही है। 5085 0 Hindi :: हिंदी
तू बारिश की बूँद है, तुझसे शबनम का वजूद है। कयामत तेरा नूर है, जैसे चमकता कोहिनूर है। सावन की घटा हो, हरी- भरी एक लता हो। तेरी ख़ुशबू के आगे जैसे, सुगंध पूछती पता हो। घुली- घुली याद जैसे, उजला हो चाँद जैसे। विरानियों की तुम, बहार हो आबाद जैसे। कैसा सुरूर है, कुछ तो जरूर है। कयामत तेरा नूर है, जैसे चमकता कोहिनूर है। दिल की हो एक ठंडक, दे रहा है कोई दस्तक। तुझको ही देखे हरदम, उठती है ऐसी कसक। दिल मजबूर है, फिर भी तू दूर है। कयामत तेरा नूर है, जैसे चमकता कोहिनूर है।। रचनाकार - समर सिंह " समीर G "