Swami Ganganiya 30 Mar 2023 शायरी अन्य Hindi shayri 46125 0 Hindi :: हिंदी
जो पहले ही कदमो में लडखडा जाये वो चाल ही क्या ? जो तेज भी दौडे और मंजिल तक न पहुँचे वो रफ्तार ही क्या ? जो चहरा देखकर मुँह फेर ले वो प्यार ही क्या ? एक टक देखते रहे और कुछ ना देखे उन आँखों का ऐतबार ही क्या ? सबको अच्छे से जानते हो खुद को ना पहचाने वो पहचान ही क्या ? ****************** * Swami ganganiya *