संदीप कुमार सिंह 29 Dec 2023 कविताएँ समाजिक How to the open account in sahity live?How to the write article?How to the published articles?What is the trade market?How to the opne demate account?How to the download Facebook?How to the download WhatsApp? 5903 0 Hindi :: हिंदी
अच्छा करना सोच है,मन में है तूफान। विपदा का कर सामना,फलप्रद किया जुबान।। मन में है तूफान रब, दे दे दृढ़ वरदान। खुशियां भरूं समाज में, घर घर में हो ज्ञान।। मन में है तूफान जब,कदम कदम में जोश। सभी बुराई खत्म कर,धन से भर दूं कोश।। मन में है तूफान बम,लूंगा सभी कमान। नव्य सृजन ही मैं करूं, रहे सदा ही शान।। मन में तूफान भर,आगे बढ़ना काम। फर्ज नहीं मैं भूलता, मन में बसते राम।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....