Trishika Srivastava 30 Mar 2023 शायरी समाजिक अनबोलता के दुःखों का अनुवाद हुआ नहीं / Anbolta Ke Dukhon Ka Anuvaad हुआ नहीं 74868 0 Hindi :: हिंदी
अनबोलता के दुःखों का अनुवाद नहीं हुआ कचहरियों में कोई संवाद नहीं हुआ मानव ने जानवर पर अनगिनत जुल्म ढाए मृत्यु पर उनकी विवाद नहीं हुआ - त्रिशिका श्रीवास्तव 'धरा'