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राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मोरखाना नोखा में आखिरकार कक्षा 10 का स्तर कम क्यों रहा ? By Arjun Sharma (pandit4517_)

Official Arjun Panchariya 30 Mar 2023 आलेख बाल-साहित्य Pandit4517_ 8801 1 5 Hindi :: हिंदी

अगर बात करें 2017-18 के सत्र की तो उस समय विद्यालय में कम से कम 25 अध्यापक थे तथा वे मेहनती अध्यापक थे और उनके मन में सदा यही रहता था कि हमारे बच्चे के परिणाम 80% से ऊपर है
उस समय विज्ञान गणित अंग्रेजी के अध्यापक उन विद्यार्थियों को रात के 1:00 बजे तक पढ़ाया करते थे आखिरकार अध्यापकों की मेहनत रंग लाई।
बात करते हैं 2018-19 कि यह समय था अचानक कक्षा 10 में विद्यार्थी पर अकाल पड़ा 2018-19 में गणित में 46 विद्यार्थी फेल हो गए।
गणित में कमी अध्यापक बताया विद्यार्थियों या फिर कॉपी चेक करने वाले एग्जामिनर की।
बात करते हैं 2019-20 की केवल मोर के विद्यार्थी ही नहीं बल्कि पूरे भारत के बच्चों का स्तर पूरा नीचे गिर गया था इस समय भारत में कोरोना नामक महामारी जिसके कारण स्कूल तो क्या पूरे भारत को बंद होना पड़ा। मगर हम तो मोरखाना स्कूल की बात कर रहे हैं इसमें क्या हुआ बच्चों के कोरोना के कारण विद्यालय बंद हो गई 2019-20 में परीक्षा हुई तो थी आखिर में दो पेपर रद्द हो गए वजह से परिणाम घोषित नहीं हो सका।
अब बात करते हैं 2020-21 के सत्र की यह सत्र बहुत ही बुरा भी तथा इस सत्र में कोरोना का का ज्यादा बढ़ गया जिसके कारण स्कूलों का खुला असंभव हो गया था।
जिसके कारण विद्यार्थी घर पर ही ऑनलाइन पढ़ते थे तो इस सत्र में पढ़ाई तो हुई ही नहीं परिणाम का कुछ कह नहीं सकते तो पढ़ाई तो भी नहीं तो परिणाम कहां से आएगा और पढ़ाई ऑनलाइन तो आप जानते होंगे कैसी होगी जिस प्रकार पढ़ाई आमने सामने होती है ऑनलाइन नहीं हो सकती हालांकि कुछ बच्चों को समझ में आया होगा मगर कुछ कमजोर भाई भी थे तुमको समझ में नहीं आया तो उनके लिए यह असंभव हो गया।
अब बात करते हैं 2021-22 के 70 की इस सत्र में कोरोनावायरस धीरे समाप्त हो रहा था और विद्यालयों में कोरोना की वैक्सीन भी चल रही थी कुछ कुछ दिनों विद्यालय लगता था सरकार के निर्देशानुसार विद्यालय तथा जो भी नियम कायदे थे उनका पालन करना पड़ता था सत्र के आखिरी चार-पांच महीने सही प्रकार से लगा था अध्यापकों की कमी तो नहीं थी पर जिसकी जरूरत थी वे अध्यापक नहीं थे।
आखिर में परिणाम आया सभी एवं रह गए उन्होंने परिणाम में पाया की कक्षा 10 में 19 विद्यार्थी सप्लीमेंट्री तथा 43 विद्यार्थी फेल।
भगवान की कृपा थी कि 19 सप्लीमेंट्री पास हो गया।

Comments & Reviews

Saurav Singh
Saurav Singh अति उत्तम रचना

8 months ago

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