Trishika Srivastava 30 Mar 2023 शायरी धार्मिक अधर्मियों के कलेजे थरथराते हैं / Adharmiyon Ke Kaleje Thartharate Hain 80926 0 Hindi :: हिंदी
अधर्मियों के कलेजे थरथराते हैं शिवभक्त जब डमरू बजाते हैं ऐ कायरों तुम पीठ पर वार करो हम तो छाती पर त्रिशूल चलाते हैं – त्रिशिका श्रीवास्तव धरा