संदीप कुमार सिंह 19 Apr 2024 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह कविता पाठक लोगों को बहुत ही पसंद आएगी. 237 0 Hindi :: हिंदी
इस मसले का हल कहाॅं से लाएं? जो नहीं तकदीर में उसे किससे लिखवाएं? बंधे रह जाते हैं मन्नतों के धागे, धागों में बंधने की तकदीर किससे पाएं? एक गुलाब में ही है प्रेम की खुशबू, लगे गुलाब में काॅंटे किससे छुड़वाएं? इस मसले....? क्यों रह गई अधूरी मोहब्बत हमारी? इस मसले का हल कहाॅं से लाएं ? नसीब क्या चीज जिसे कभी देखा नहीं, नसीब में लिखे झंझावात को कैसे मिटाएं? दिल में छुपा उनकाअक्स़ आज भी मिटा नहीं, भूल जाने की तजुर्बा कहाॅं से लाएं? बंद अलमारी में पड़ी उनकी तस्वीर, पूछती हमसे सवाल ..? आज को फिर कल कहाॅं से लाएं? छोड़ दिया अब हर प्रश्न का ज़वाब, खुद को जज़्बातों में कब तक उलझाएं? (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....