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स्वर कोकिला लता दीदी

संदीप कुमार सिंह 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक लता दीदी भारत की सुप्रसिद्ध गायिका बल्कि आवाज की दुनिया की जादूगरनी पर मेरा यह कविता लता दीदी को समर्पित है। पाठक गण बहुत ही मधुरता का अनुभव अवश्य ही करेंगें। 14206 0 Hindi :: हिंदी

ऐसी परम् आत्मा आप महान थीं,
भारत देश के आप मान थीं।
आपके अकस्मात निधन ने,
संपूर्ण विश्व को रुला दिया है।
भारत ने अपनी अद्भुत,
 कोहिनूर को खो दिया है।
भला कोई कैसे आपको,
भूला सकता है।
आप मरकर भी अमर दीप हैं,
जनमानस के हृदय पर,
अंकित अमर लता हैं।
युगों_युगों तक आप ऐसे ही,
याद किए जाती रहेंगें,
भारत देश में रोज ही आपके,
अविस्मरणीय छवि को,
दुआओं की आरती उतारी जाएगी।
शब्द कोई भी हो,
आपके मुख से निकलते ही,
सर्व प्रिय और कर्ण प्रिय हो जाती थीं।
भारत के घर_घर में राज करने वाली,
आप एक महारानी थीं।
अश्रुओं से लिप्त माला,
हम आपको पहनाएंगें,
बार_बार फिर से यहीं बुलयेंगें।
जन_जन के सांसों में,
समाहित आप प्राण स्वरूपनी हैं।

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