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मैं हूं समय

मोती लाल साहु 30 Mar 2023 कविताएँ धार्मिक Main hoon samay, dharmik kavita, 88126 0 Hindi :: हिंदी

मैं हूं समय प्रकृति-अटल,
तीन लोक-उजागर।
मैं प्रेम संपूर्ण-शांति,
हूं धरती में-धाम।।

मैं हूं समस्त-सर्वेश्वर,
सब में व्याप्त-व्यापक।
जीवन का मैं हूं-समय,
मन मंदिर में-प्राण।।

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