Poonam Mishra 14 Sep 2023 आलेख समाजिक चंद्रयान की सफलता पर कुछ विचार 11044 0 Hindi :: हिंदी
भारत पुरातन काल से ही ज्ञान का असीमित भंडार है यहां के ऋषि मुनियों के आचार विचार से लेकर के चिकित्सा दर्शन अर्थ और सौरमंडल तक की ऐसी जानकारी प्रदान की है भारत के लोगों ने इसके बारे में विश्व को बहुत बाद में पता चला है अंग्रेजों के शासनकाल ने इस ज्ञान परंपरा को खांसी हानि पहुंचाई किंतु इसे समाप्त नहीं कर पाए अब भारत अपने ज्ञान से ज्ञान प्राप्त करके अत्यधिक विज्ञान की स्वर्णिम यात्रा की ओर बढ़ रहा है चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को कुछ ऐसे ही समझिए कि भारत से तीन गुना अधिक लागत वाला रस का लूना 25 हमारी निर्धारित लैंडिंग तिथि से कुछ दिन पहले ही क्रैश हो गई थी इसके कुछ समय पहले जापान अमेरिका का मिशन भी यहां उत्तर नहीं पाया था भारत सॉफ्ट लैंडिंग में दक्षता का परिचय देते हुए दक्षिणी ध्रुव पर ज्ञान को उतारने में कामयाब रहा यदि पृथ्वी से बाहर जीवन की तलाश कर रहे हैं तो इसके लिए अपनी सबसे महत्वपूर्ण है इस बात की संभावना है कि चांद के दक्षिणी ध्रुव पर बर्फ के रूप में पानी हो सकता है चंद्रयान-2 ने चंद्रमा पर पानी खोजा है और अब चंद्रमा पर उतरन रोवर पानी तथा खनिजों से जुड़ी जानकारियां देगा इससे कई रहस्य भी सुलझेंगे चंद्रमा के अध्ययन से धरती को उत्पत्ति का पता लगाने के साथ-साथ यह समस्या भी सुलझाने में मदद करेगी कि यहां जीवन कहां से आया है यह पता लगाने में मदद मिलेगी क्या चंद्रमा पर जीवन था यदि हां तो अब क्यों नहीं है चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की उपलब्धि हासिल करने वाला भारत विश्व का पहला देश बन गया है भारत उस कतार में पहुंच गया है जहां अब तक अमेरिका रूस और चीन का प्रभाव था और चंद्रमा पर पहुंचने के मामले में हम चौथा देश के रूप में अपना जगह स्थापित करते हैं सूर्य के अध्ययन के लिए भेजे जा रहे हैं आदित्य मिशन के बाद चंद अंतरिक्ष में भारत और तेजी से बढ़ेगा यह भारतीयों के लिए बहुत गर्व की बात है हम बात कर रहे थे कि चंद्रमा पर पहुंचने के बाद हम बात कर रहे थे की चंद्रमा पर पहुंचने के बाद हम यह सोचते हैं कि चंद्रमा पर जीवन था यदि हां तो अब क्यों नहीं है जब हवाई जहाज नहीं बने थे तो लोग पानी के जहाज से दूसरे देशों में जाते थे यह तो नहीं सोचते थे कि वहां जाने से क्या फायदा हमेशा नए-नए अनुसंधान हुए हवाई जहाज बने रॉकेट बना आज अमेरिका को चांद पर जाने में चार या पांच दिन लगते हैं और हमें अधिक किंतु आने वाले समय में हमारे पास अच्छे रॉकेट आ जाएंगे हमारा देश इसमें अन्य देशों के मुकाबले बहुत अच्छा बेहतर प्रदर्शन करेगा चांद में जीवन के साथ मिले तो वहां रहने की स्थितियां हो सकती हैं लेकिन यदि हम बहुत ज्यादा कड़ी स्पर्धा में नहीं होंगे तो पीछे रह जाएंगे ऐसे में इस प्रतियोगिता में शामिल रहना और पूरे विश्व को दिखाने की हम तकनीकी रूप से बहुत सक्षम है यह बहुत आवश्यक हो गया है भारत के लिए आज के समय मेंकिंतु हमेशा साबित नहीं करेंगे कि हम भी चांद पर जा सकते हैं हम सक्षम देश के साथ समान स्तर पर नहीं होंगे उनको पता होना होगा कि हमारे पास क्षमता तो है वह हमें अपने साथ रखेंगे जी सॉफ्ट लैंडिंग की मदद से हम चांद पर आसानी से उतरे वह बहुत चुनौती पूर्ण है अगर उन देशों को पता है कि हमारे पास तकनीक है तो वह भी हमको महत्व देते हुए बात करेंगे सॉफ्ट लैंडिंग केवल चंद्रमा के लिए नहीं है इससे चांद का प्रयोग हम अन्य अभियानों के लिए भी कर सकते हैं चंद्रयान 3 की सफलता का सबसे बड़ा महत्वपूर्ण पक्ष यह है कि यह लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है भारत में विज्ञान के प्रति लोगों में जिज्ञासा होगी भविष्य में मौसम का पहले से ही अनुमान बताए जा सकता है अंतरिक्ष में भारत मजबूत होगा विश्व में भारतीयों का रुतबा बढ़ेगा इस सफलता का सबसे बड़ा शहर हमारे वैज्ञानिकों को जाता है जिन्होंने दिन-रात मेहनत करके भारत को इस क्षेत्र में दुनिया के सामने अपना नाम रोशन किया है