Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

तुम मेरे पास ही आओगे

DIGVIJAY NATH DUBEY 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत दिग्दर्शन 53312 0 Hindi :: हिंदी

भीड़ में एक चेहरा खोजते रहना 
मेरी बातों को याद कर रोते रहना 
जो हर पल तुझे चाहत की सौगात दे
ऐसे तबस्सुम को पूजते रहना 
बिछड़ के मुझसे एक पल न रह पाओगे 
तुम मेरे पास ही आओगे
 तुम मेरे पास ही आओगे
थोड़े नाराज हो , शायद मेरी खता है 
कुछ सहमे से हो , यही तो दिल की बला है 
बिता लो कुछ पल अकेले रास्तों में 
जीवन के रास्तों में सपना सजाओगे
तुम मेरे पास ही आओगे ।।

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: