Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

कुछ भाव

आकाश अगम 30 Mar 2023 गीत धार्मिक #भजन #bhajan #kuchh bhav sirf dekar #कुछ भाव सिर्फ़ देकर #आकाश अगम #Akash Agam #भक्ति गीत #bhakti 89982 0 Hindi :: हिंदी

कुछ भाव सिर्फ़ देकर दिल जीत ले तू मेरा
फिर अर्थ धन भला क्यों है सामने बिखेरा।।

जो भक्ति दिल से करते , झोली में पुण्य भरते
दिल से लगा लूँ जा कर मेरा हृदय भी तरसे
डर उनसे मुझको लगता , जिनमें मेरा बसेरा
फिर अर्थ धन भला क्यों है सामने बिखेरा।।

रहता हूँ भक्त बिन जब मैं स्वर्ग में अकेला
मेरे नयन में लगता है आँसुओं का मेला
फिर भी मुझे पराया दिल मानता क्यों तेरा
फिर अर्थ धन भला क्यों है सामने बिखेरा।।

धरती, गगन है मुझसे , मेरा चमन है तुझसे
तेरी है श्वांस मुझसे , मेरा पवन है तुझसे
मेरी सलामती को तू ध्यान रख ले तेरा
फिर अर्थ धन भला क्यों है सामने बिखेरा।।

दे   ज़ोर   कर्म  पर तू , पायगा  मेरा  वर  तू
सच बोलने की ख़ातिर रखना खुले अधर तू
जग जायें भाव तेरे , इस भाव को उकेरा
फिर अर्थ धन भला क्यों है सामने बिखेरा।।

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

ये खुदा बता तूने क्या सितम कर दिया मेरे दिल को तूने किसी के बस मैं कर दिया वो रहा तो नहीं एक पल भी आकर टुकडें- टुकड़ें कर दिये ना विश्वा read more >>
Join Us: