Mohammed fejaan 30 Mar 2023 शायरी दुःखद 9235 0 Hindi :: हिंदी
शारंगरी, नंम्बर 2 जूलम करते हैं! अपने ही रैहेम तो गेर करते है। और अगर जो अपने तो दिखावटी हमदरद होते हैं! और गेर तो हकिकत के हमदरद होते है! जबी तो किसी ने किया खूब कहाँ हैं! - घर का बैदी लनका डाए ?,, मोहम्मद फैजान सिद्धिकी हरियाण सी.टी पानीपत गांव नूवाला 25 फूटा रोट ईन्दा विहार कॉलोनी वार्ड न0 2,
I , am Mohammed fejaan my father name rais ahamad and mathar name vasila...