PURUSHARTH DEWANGAN 30 Mar 2023 शायरी दुःखद जिंदगी बीत रही मेरी पश्चाताप की, डूब चुकी है सूरज मेरी आश की, सभी आरजू, सपने दफ्न कर दी, मैंने मेरे एहसास की, महसूस नहीं होता मुझे अब कुछ भी, मैंने खुद अपनी जिंदगी बर्बाद की, निराश ना हो मुझसे ऐ जिंदगी, ये जिंदगी है मेरे मौत के बाद की 7635 0 Hindi :: हिंदी
जिंदगी बीत रही मेरी पश्चाताप की, डूब चुकी है सूरज मेरी आश की, सभी आरजू, सपने दफ्न कर दी, मैंने मेरे एहसास की, महसूस नहीं होता मुझे अब कुछ भी, मैंने खुद अपनी जिंदगी बर्बाद की, निराश ना हो मुझसे ऐ जिंदगी, ये जिंदगी है मेरे मौत के बाद की।