Abhijeet sharma 30 Mar 2023 कविताएँ बाल-साहित्य 8142 0 Hindi :: हिंदी
बुद्धिमान जो होते जग में कभी ना धोखा खाते है निर्धन के और दिन हिन के बड़े काम वो आते है। शिक्षा दीक्षा जितनी पाओ अच्छे कामों में करो उपयोग जैसा जोभी कर्म है करता फल का मिलता वैसा भोग। मात पिता की आशा है जो ठेस उसे ना पहुंचना दिन रात जो सपने हमने देखे लक्ष्य है बस उनको पाना। कोई भी ऐसी बात नहीं है मात पिता से जो छिप जाए सलाह बड़ों की जो ले लेता कभी भी ना फिर को पछताए।
Mai abhijeet sharma kanpur uttar pradesh se Mujhe likhna pasand hai...