Samar Singh 02 May 2023 कविताएँ देश-प्रेम देश की खातिर मर मिटने के लिए एक जुनून चाहिए, जुनून जाग जाए उस पल का इंतजार है। 5244 0 Hindi :: हिंदी
मेरे जुनून को जगा दे, एक ऐसी हवा चले। मेरे गरम खून को उबाल दे, एक ऐसी पुरवा चले।। इस सोई बसुन्धरा को जगा दे, एक ऐसी लहर चले,। मन के कालिख धुल जाए, एक ऐसी सहर चले।। जज्बात में जीने की जद्दोजहद, गुमनाम न एक कहानी बने। एक ज्वलंत उदाहरण बन, जमाने में वो एक निशानी बने। आवारगी को छोड़ सादगी की, एक आदर्श मिशाल बने। मेरे सीने में कैद अंगार जले, एक ऐसी लावा उठे, । मेरे जुनून को जगा दे, एक ऐसी हवा चले।। रचनाकार- समर सिंह " समीर G "