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वादों से मुकरना-हमने कभी सीखा नहीं

संदीप कुमार सिंह 30 Nov 2023 कविताएँ समाजिक How Published to articles?How published to poem's?How Published to stories?How Download Paytm?How Download WhatsApp? 6477 0 Hindi :: हिंदी

वादों  से   मुकरना,  हमने  कभी  सीखा  नहीं।
कर्तव्य  को  निभाना,  हमने  कभी  छोड़ा नहीं।
दुनिया  की  हर  चाल  की,  खबर रखता  हूँ  मैं-
अपने  हक  के  लिए,हमने  डरना  सीखा  नहीं।
(स्वरचित मौलिक)
संदीप कुमार सिंह✍️
जिला:-समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार

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