Baba ji dikoli 18 Jun 2023 कविताएँ समाजिक Kaveeta/shayri/father's day 7572 0 Hindi :: हिंदी
सब डाल रहे है। अपने पिता जी के साथ तशवीरे कई। मेरी आपने पिता जी के सामने खड़े होने की हिम्मत न हुई। करते है प्यार वो भी बहुत पर कभी जताया नही। में उनके बगल में कभी खड़ा न हुआ, इसे आप डर या सम्मान कुछ भी कहे। और मेंरी पहचान है जिनसे ,हे ईश्वर वो हमेशा शालामत रहे। #babajidikoli