कविता केशव 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक जिंदगी खुबसूरत है बस जीना सीख लो 69933 0 Hindi :: हिंदी
कहीं पर फूलों सी महकती है जिंदगी! कहीं पर पतझड़ सी बिखरती है जिंदगी!!! कहीं पर तितली सी चहकती है जिंदगी! कहीं पर बुलबुले की तरह मिटती है जिंदगी!!! फिर भी कहते हैं लव यू जिंदगी। कहीं पर सावन सी बरसती है जिंदगी! कहीं पर पानी की बूंद को तरसती है जिंदगी!! कहीं पर सुरज सी तपती है जिंदगी! कहीं पर ठंड़ी सी फुहार है जिंदगी!! फिर भी कहते हैं लव यू जिंदगी। कहीं पर भुख से तड़पती है जिंदगी! कहीं पर छप्पन भोग सी है जिंदगी!! कहीं फुटपाथ पर पड़ी है जिंदगी! कहीं पर महलों की शान है जिंदगी!! फिर भी कहते हैं लव यू जिंदगी। कहीं पर हाथ पैरों में छाले है जिंदगी! कहीं पर ओढ़े मखमल के दुशाले है जिंदगी!! कहीं पर पसीना बहाती है जिंदगी! कहीं पर चंदन से नहाती है जिंदगी!! फिर भी कहते हैं लव यू जिंदगी। कहीं पर बड़ों का सम्मान है जिंदगी! कहीं पर मां- बाप का अपमान है जिंदगी!! कहीं पर देश पर कुर्बान है जिंदगी! कहीं पर गुंडागर्दी की मिशाल है जिंदगी! फिर भी कहते हैं लव यू जिंदगी।