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एक रोज़- क्या वो मुझ को उस भीड़ में ढूँढ पायेगा

Mukesh Namdev 18 Aug 2023 शायरी प्यार-महोब्बत एक रोज,वफा,कसमें,भीड़,अकेला 5092 0 Hindi :: हिंदी

"एक रोज"
"एक रोज जब वो मुझसे मिलने आयेगा,क्या कहेगा वो मुझसे,
 क्या वफा की कसमें फिर से खायेगा,क्या गुजरे हुये पलों को फिर से  लौटा पायेगा,और जो एक रोज हो जायेगा अकेला इस भीड़ में,
 क्या वो मुझ को उस भीड़ में ढूँढ पायेगा"
 #Mukesh Namdev

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