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चाँद को पहलू में बिठा लेती हूँ

Trishika Srivastava 18 May 2023 शायरी प्यार-महोब्बत 6456 0 Hindi :: हिंदी

चाँद को पहलू में बिठा लेती हूँ 
उसकी सोहबत में रात बिता लेती हूँ
कोई नहीं है मिरा इस जहाँ में
लिहाज़ा उसे ही मेहरम बना लेती हूँ

- त्रिशिका श्रीवास्तव ‘धरा’

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