Chanchal chauhan 08 Jul 2023 कविताएँ अन्य अनोखा झरना 7292 0 Hindi :: हिंदी
छम छम बहता, झरने का पानी, टप टप गिरता, झरने से पानी, कुछ फूल बड़े सुहाने, पानी में खिल खिल जाये, कमल और महड़, कितने सुंदर कितने प्यारे, जब गिरती झरने बूंदें, खिल उठते पूरे पूरे, जीव जंतु प्यास बुझाये, चलते राही को पास बुलाये।
Mera sapna tha apne bicharo ko logo tak phunchana unko jiwn ki sikh ,prerna dena unmai insaniyat jag...