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कल की चिंता छोडो-आज मे जीना सीखो

Ujjwal Kumar 05 Jul 2023 कविताएँ अन्य कल की चिंता छोडो, the childhood poem write by-ujjwal kumar 4981 0 Hindi :: हिंदी

कल की चिंता छोडो,
        आज मे जीना सीखो,
           कुछ देर ही सही,
         बच्चे बनकर देखो.
         मिल जायेंगी खुशी,
        थोडा खुलकर जीना,
  ‌.     सीख लो............,.
        गुजरा हुआ भूत,
       आनेवाला भविष्य ,
       थोडा सा भुलकर ,
        तो देख लो....,.
       आपने विचारो को,
      पंछी बनकर उडने का,
      मोका तो दे कर देखो,
        शांति मिलेगी तुम्हे,
         कुछ देर खुद को,
        टटोलकर तो देख लो.
        थोडा सा आज मे,
       जी-कर बच्चा बनकर,
        तो देख लो......‌.,
     बच्चा बनकर तो देख लो.

      🌹रचनाकार🌹 
  ✍उज्जवल कुमार

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