संदीप कुमार सिंह 11 Dec 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत 6546 0 Hindi :: हिंदी
#बहर:-122 , 122, 122 #काफिया:-ई #रदीफ़:- कहानी ग़ज़ल हमारी अधूरी कहानी, बनी है गजब ही कहानी. कहूँ जो इसे तो सुने सब, सकूं ले करारी कहानी. हमें भी मिला सब नया ही, हुई अब हजारी कहानी. दिलों को बहुत ही सजाई, सही बन पुजारी कहानी. दुखों को भगाया सुना जो, दवा है बज़ारी कहानी. सजा कर जगत को बढ़ी है, खुशी से उजारी कहानी. ज़ख्मों को भरे यह अदा से, हुई माँ मजारी कहानी. इसे है दुआ रब दिए हैं, चली दृढ़ पिंजारी कहानी. कहे यह सु संदीप खत नव, सुनो सब डबारी कहानी. (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:-समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....