Shakuntala Sharma 30 Mar 2023 शायरी प्यार-महोब्बत # हर तमना# उम्मीद भी नही# राह देख कर थक# बिछड़ना मेरे नसीब 25857 0 Hindi :: हिंदी
हर तमन्ना खाक हुई, आने की उम्मीद भी नही ।. क्या गुनाह किया जो तकदीर भी मुझसे रूठी ॥ राह देख कर थक गई आंखे रात ढली शमा भी बुझ गई ' लौट आने की आस भी अब टूटी ॥ मिलना और बिछुड़ना मुद्दकर की बात है ।जीने की चाहत में हर बार सांसे यु फिजुल ही चली ॥ तेरे जाने के बाद . जीना भी गंवारा ना था हमें। तेरे बिन जग सुना, तेरे बिन हर रात यूं ही ढली ॥ जिन्दगी भर साथ निभाने की वजह अब ना रही। दुःख भरी अंधेरी रातें तुझसे सौगात में मिली ॥ ::::::::::::::::::: शकुन्तला शर्मा ।
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