Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

यह मानव शरीर इनायत उस महान् शक्ति की-मंदिर यह ईश की

मोती लाल साहु 18 Oct 2023 शायरी अन्य मंदिर यह ईश की 13167 1 5 Gujarati :: ગુજરાતી

"देखा ए-अरमानों के-
बुलबुलें सजा के हमने"!

"देखा जगमगाते सपने-
ए-ख्वाब सजा के हमने"!

"हक़ीक़त में यह मानव- 
शरीर ख़्वाब नहीं अरमान नहीं"!!

"ए-इनायत उस महान्-
शक्ति की मंदिर यह ईश की"!!!!!!
-मोती

Comments & Reviews

मोती लाल साहु
मोती लाल साहु यह गुजराती नहीं हिंदी है

5 months ago

LikeReply

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

मेरे नजर के सामने तुम्हारे जैसे बहुत है यहीं एक तू ही हो , मोहब्बत करने के लिए यह जरूरी तो नहीं read more >>
मीठी-मीठी यादों को दिल मैं बसा लेना जब आऐ हमारी याद रोना मत हँस कर हमें अपने सपनों मैं बुला लेना read more >>
Join Us: