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कभी -कभी बायकाट कर दिया जाता है आपको सिस्टम में

Manju Bala 07 Jun 2023 कविताएँ समाजिक बायकाट .आपको सिस्टम में ,फब्तियाँ ,जले पर नमक छिड़कना ,दोस्ती का ,ताने कसते है लोग छोड़ते नहीं ,ज़लील 6191 5 5 Hindi :: हिंदी

कभी -कभी बायकाट कर दिया जाता है 
आपको सिस्टम में ,
बोलते है लोग लेकिन बोलते नहीं ,
ताने कसते है लोग छोड़ते नहीं  ,
फब्तियाँ कसते है लोग छोड़ते नहीं ,
जले पर नमक छिड़कना  छोड़ते नहीं ,
वैसे तो बहाना बनाते है दोस्ती का 
लेकिन ज़लील करने में कोई कसर छोड़ते नहीं ,
कभी -कभी बायकाट कर दिया जाता है 
आपको सिस्टम में

Comments & Reviews

Manju Bala
Manju Bala अति सुन्दर कविता है |

9 months ago

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9 months ago

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9 months ago

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