संदीप कुमार सिंह 22 Mar 2024 शायरी समाजिक मेरी यह शायरी सीधे दिल में उतर जाती है. 3261 0 Hindi :: हिंदी
दुनियाँ में तो ग़मों का महासागर है, पर हम भी तो हर गुण से आगर है। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:-समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....