संदीप कुमार सिंह 12 Jul 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी रोमांचित होंगें। 5912 0 Hindi :: हिंदी
(दोहा छंद) हलचल दिल में हो रही,मधुर मधुर अहसास। उससे मिलने की तड़प, उसकी ही है प्यास।। पलपल मेरे याद में, आती रहती पास। यौवन में है सादगी, सूरत उसकी खास।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....