Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

ज़मीं पर आसमान-उतर नहीं सकता

Chanchal chauhan 10 Jul 2023 शायरी अन्य ज़मीं पर आसमान 4890 0 Hindi :: हिंदी

ज़मीं पर आसमान उतर नहीं सकता,
ज़मीं आसमां एक हो नहीं सकता,
रोते हैं बादल ज़मीं के लिए,
बूंदों से आशुओं से एहसास कराते।

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

मेरे नजर के सामने तुम्हारे जैसे बहुत है यहीं एक तू ही हो , मोहब्बत करने के लिए यह जरूरी तो नहीं read more >>
मीठी-मीठी यादों को दिल मैं बसा लेना जब आऐ हमारी याद रोना मत हँस कर हमें अपने सपनों मैं बुला लेना read more >>
Join Us: