Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 29914 0 Hindi :: हिंदी
* सुप्रभात * समय से पल कुछ , इस तरह से पिघला...! रात गुजर सी गई , धीरे से दिन निकला...! पर इस चीज को यहां , कोई नहीं पाए बतला...! सवाल बहुत ही , सहज और सरल था...! पहले अंडा आया था , कि यहां चूजा निकला...? चिन्ता नेताम " मन " डोंगरगांव (छत्तीसगढ़)