Sudha Chaudhary 25 Jul 2023 कविताएँ दुःखद 11282 0 Hindi :: हिंदी
तुम कब आओगे जब जीवन थम जाएगा जब आशाएं ढह़ जाएंगी जब दीपक बुझ जाएगा। तुम कब आओगे जब शीतलता जम जाएगी जब पत्ते गिर जाएंगे जब आतुरता बढ़ जाएगी। तुम कब आओगे। जब नैन बावरे हो जाएंगे जब कंठ नहीं कुछ कह पाएंगे जब शांत शिथिल सब हो जाएंगे। तुम कब आओगे। जब मर्यादा मेरी टूटेगी जब अस्थि मेरी जर्जर होगी जब माया मन में नहीं रहेगी। तुम कब आओगे। क्या तुम मेरे कोई नहीं क्या मेरा अधिकार नहीं क्यों रच दी यह प्रीत विधि ने जब मेरा तुमसे मेल नहीं। तुम म कब आओगे। सुधा चौधरी