मोती लाल साहु 30 Mar 2023 आलेख समाजिक ओस के ये मोती तपती किरण में उड़ रही है, माया की ये छाया उड़ रही है। जग-जन भंवर जाल में उलझ रही है, काया में आती-जाती पवन सत्य की कथा गा रही है। 88250 0 Hindi :: हिंदी
ओस के ये मोती- तपती किरण में उड़ रही है! मन को लुभा रही है, माया की ये छाया उड़ रही है दृश्य जग-जन- भंवर जाल में उलझ रही है काया में- आती-जाती ये पवन, सत्य हंस की गाथा गा रही है ओस के ये मोती- तपती किरण में उड़ रही है! -मोती