चलो दुर कही फिजाओं मे
जहाँ झरनो का ठिकाना है
बसेरा है जहाँ चिड़ियों का
मिल के साथ गुन गुनाना है
जहाँ न शोर है जमाने का
बंदिशों को भी तोड़ जाना है
चलो दुर कही संग बहारो मे
जहाँ शकुन का ठिकाना है
चलो दुर कही फिजाओं मे
जहाँ झरनो का ठिकाना है
बसेरा है जहाँ चिड़ियों का
मिल के साथ गुन गुनाना है
जहाँ न शोर है जमाने का
बंदिशों को भी तोड़ जाना है
चलो दुर कही संग बहारो मे
जहाँ शकुन का ठिकाना है