धर्मपाल सावनेर 26 Sep 2023 कविताएँ अन्य कुछ ऐसे तलाश किसी की मुझे 6741 0 Hindi :: हिंदी
कुछ ऐसे तलास है किसी की मुझे कुछ ऐसे तलाश है किसी की मुझे अंधेरे को तलाश हो रोशनी की जैसे चंदा को तलाश हों चांदनी की जैसे अंधे को तलाश हो ज्योति की जैसे प्यासे को तलास हो पानी की जैसे बूढ़े को तलास हो जवानी की जैसे मुर्दे को तलास हो जिंदगी की जैसे कुछ ऐसे तलाश है किसी की मुझे कुछ ऐसे तलास है किसी की मुझे तलाश रही हो कश्ती साहिल को तलाश रही हो पुलिस कातिल को तलाश रही हो तन्हाई महफिल को तलाश रही हो धड़कन दिल को तलास रही हो राह मुसाफिर को कुछ ऐसे तालाश किसी की मुझे कुछ ऐसे तलाश किसी की मुझे Dharam singh rajput 8109708044