संदीप कुमार सिंह 17 Jul 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी रोमांचित होंगें। 6114 0 Hindi :: हिंदी
(मुक्तक छंद) पायल जब छनकती है आशिक सारे मचलते हैं। जो दिल पे एक सुनहरा लेख ही लिख डालते हैं। कहीं दूर रहने के बाद भी झंकार बनी रहे _ जो कानों में रसाल रस वाला सकून देते हैं। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....