Ranjana sharma 10 Sep 2023 कविताएँ दुःखद संभलना सीख गए हैं#Google# 14723 0 Hindi :: हिंदी
गिरते थें पहले हम अब संभलना सीख गए हैं प्यार में जो धोखा तुमसे मिला अब दिल लगाना छोड़ दिए हैं गिरते हुए आंसू को अब रोकना सीख गए हैं सब से दर्द बांटना अब हम छोड़ दिए हैं रोते हुए लबों पर हंसी लाना सीख गए हैं गम को हर जगह अपना बयां करना अब छोड़ दिए हैं तन्हाई के आलम को अब महफ़िल बनाना सीख गए हैं तेरी बेवफाई का चर्चा करना अब हम छोड़ दिए हैं छोड़ा था तूने जिस हाल में उससे बाहर निकलना सीख गए हैं तेरी रुसवाई का शिकायत करना अब हम छोड़ दिए हैं धन्यवाद🙏