Samar Singh 19 May 2023 गीत दुःखद जब कोई अपने रूठ जाते हैं, उस वक्त आँखें नहीं दिल रोता है। 6104 0 Hindi :: हिंदी
अपनों से कई सपने जुड़े होते है, जब टूटते है, तो दिल के टुकड़े रोते हैं। क्यों टूटे सपने, क्यों छूटे अपने, क्यों नहीं इसका जवाब, क्यों रूठे मेरे ख्वाब। मंजिल मिलने की खुशी में हँसते मुखड़े होते है, जब छूटते हैं तो दिल के टुकड़े रोते हैं।। क्यों आँसू छलक गए, क्यों सूख हलक गए, क्यों बोझिल से हो पलक गए, क्यों बेबसी की तरफ हम लुढ़क गए। दिल से चाहो जिसे उससे क्यों झगड़े होते हैं, जब रूठते हैं तो दिल के टुकड़े रोते हैं।। रचनाकार - समर सिंह " समीर G "