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करें योग रहें निरोग

Rambriksh Bahadurpuri 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम #ambedkarnagar poetry #Rambriksh kavita #yoga per kavita#karen yog Rahen nirog # 64267 0 Hindi :: हिंदी

कविता -करें योग रहें निरोग 

यदि जीवन में योग करेंगे
 जीवन भर निरोग रहेंगे। 
 चिंता मन से दूर भगेगा
 तन सेहत मजबूत बनेगा
 स्वस्थ कुशल प्रमोद रहेंगे,
 यदि जीवन में योग करेंगे। 
 
योगा है प्रकृति का वंदन
जीवन कर देता है चंदन
खुद प्रकृति से जोड़ सकेंगे,
यदि जीवन में योग करेंगे। 
बिना मूल्य अनमोल साधना
आज विश्व कर रहा आसना 
तन मन मस्तिष्क बेजोड़ रहेंगे 
यदि जीवन में योग करेंगे। 

जब जब दवा काम न आतें
तब योगा ही रोग भगाते
रोग से पहले प्रयोग करेंगे,
स्वस्थ कुशल प्रमोद रहेंगे,। 
यदि जीवन में योग करेंगे। 

शाम सुबह नित ध्यान करेगा
चित् वृत्ति मन तब शांत रहेगा
जीवन सुख का भोग करेंगे,
यदि जीवन में योग करेंगे। 



छोटे हों या बड़े महान 
बालक हों या बृद्ध जवान 
सब सबका सहयोग करेंगे,
मिल जीवन में योग करेंगे। 
जीवन भर निरोग रहेंगे। 

शत् शत् नमन योग दर्शन को
किया धन्य मानव जीवन को
प्रकृति का सदुपयोग करेंगे,
जीवन भर निरोग रहेंगे। 

रचनाकार -रामवृक्ष,अम्बेडकरनगर। 

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