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इस कदर सजाया था

Sanam kumari Shivani 04 May 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 7222 0 Hindi :: हिंदी

मेरी खूबसूरती को उसने 
इस कदर सजाया था 
बिंदी लगाना भूल गई थी 
उस दिन तो उसने काले
 पेन से टीका लगाया था  2

वो अक्सर दूर से ही देखता था
मुझे तो सब ठीक था 
बात तो उस दिन बिगड़ी
जिस दिन उसने सबके सामने
गले लगाया था मेरी खूबसूरती -2

वैसे तो बहुत सी गाड़िया
आती थी गली में मेरी
पर आफत तो उस दिन आई
जिस दिन उसने हॉन बजाया था
मेरी खूबसूरती -----------2

अपने ही क्लास के लड़के
नजर चुरा के चलते थे मुझसे
क्योंकि उन सबको उसने 
मुझे उनकी भाभी बताया था
मेरी खूबसूरती को उसने 2

एक दोस्त का बर्थ डे था 
तो में ब्लैक ड्रेस में पहुंचीं
मुझे ब्लैक ड्रेस में देख तुरंत
उसने घर से ब्लैक कुर्ता 
डाल आया था मेरी खूबसूरती को 2

वो अक्सर छुप छुप के 
तोफे तो देता था मुझे 
पर मेरा दिमाग तो उस दिन घुमा
जिस दिन उसने मुझे 
पायल देने के चक्कर में 
अपनी साइकल बेच आया था
मेरी खूबसूरती को उसने 2

अक्सर मुझे देखने के चक्कर में
मार खाता था वो पर 
कयामत तो उस दिन आई
जब मार खाते 2 भी देख
मुझे मुस्कुराया था वो
मेरी खूबसूरती को उसने 2

वैसे तो लोगों से मिलना जुलना
पसंद नही मुझे पर उस दिन
न जाने क्यूं अच्छा लगा
जिस दिन उसने अपनी मां
से मिलवाया था वो
मेरी खूबसूरती को उसने 2

 By - 📝sanam kumari Shivani

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