Ujjwal Kumar 24 Aug 2023 कविताएँ देश-प्रेम Chandrayan 3 mission successful write poem writer ujjwal kumarगूंज उठा है देश हमारा, चंद्रयान की उड़ानों से। 16662 0 Hindi :: हिंदी
गूंज उठा है देश हमारा, चंद्रयान के उड़ानों से। तिरंगे के रंगों में लिपट गया चांद हमारा, एक नई पहचान के लिए। मंजिले जो कभी ख्वाबों में थी, आज हकीकत बनकर चमक रहा। पिछले वक्त में एक नई शुरुआत के लिए, अधूरी रह गई थी हमसब की ख्वाहिशे। आज मिलकर हमने पूरा किया, कुछ वक्त लगा इन फासलों को कम करने में । दूरियां इतनी कम कि हमने, अंतरिक्ष भी अब छोटा लगने लगा। गूंज उठा है देश हमारा, चंद्रयान की उड़ानों से। ✍️ स्वरचित रचना उज्ज्वल की कलम से 23/07/2023