Tulasi Seth 09 Apr 2024 आलेख धार्मिक धार्मिक चेतना 5753 0 Hindi :: हिंदी
मैं ओडिशा से हुं। हमारे यहां पुरी में स्थित श्री जगन्नाथ प्रभु की बड़ी महिमा है। और उनके दर्शन पाने के लिए खुद को जाने की तैयारी नहीं करनी पड़ती बल्की उनके बुलावे का इंतजार करना पड़ता है। जब उनकी मर्जी होती है तो चाहे कितनी भी मुश्किल समय हो किसी भी प्रकार कि समस्या हो वह अपने पास बुला ही लेते हैं। श्रीक्षेत्र पुरी में पहुंचने से ही संसार का सारा मोह माया छुट जाता है और उनकी माया लग जाती है। चाहे किसी भी श्रेणी का मनुष्य हो धनी, गरीब, काला गोरा, सुंदर असुंदर सब उनके सामने एक ही परिवार के सदस्य जैसे लगते हैं।और क्या कहें मंदिर में उनके काले काले गोल गोल नयनों को देखते ही अपने आप ही आंखों में ख़ुशी के आंसू छलक पड़ते हैं।मानो जैसे कई दिनों से विछड़े सगे संबंधियों से मिलना हो रहा हो, भक्त का भगवान से दर्शन हो रहा हो, किसी अति प्रिय जन से कितने सदियों के बाद भेंट हो रहा हो।यह सिर्फ एक ही बार दर्शन करने की अनुभूति नहीं है । एक ही दिन में आप जितने बार प्रभु के दर्शन के लिए जाएंगे उतने ही बार यह ही लगेगा की आप उनको पहली बार देख रहे हो। उनके दर्शन मात्र से ही दुनिया की सारी परेशानियां समाप्त सी लगती है।मन हल्का महसूस करता है और जीवन की अगली सुबह को हंस कर जिने के लिए उर्जा प्रदान करता है। ऐसे हैं हमारे प्रभु जगन्नाथ । कभी समय मिले तो इक बार मन से वस इक पुकार लगा लेना वह आपको खुद ही लेने आ जाएंगे जय जगन्नाथ 🙏