Baba ji dikoli 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम ग्राम सुधार पावन भूमि मातृभूमि 12254 1 5 Hindi :: हिंदी
बो मेरा गांव निराला है ,जहाँ हमने बचपन गुजारा है । जहाँ मेरा एक दोस्त निराला है उसी गांव का रहने बाल है । बो छोटा सा गलियारा है जहाँ बचपन हमने गुजारा है । वो डिकोली ग्राम बड़ा न्यारा है । वहाँ आज एक पर्वत माला है डीकांचल नाम निराला है बो डिकोली ग्राम बड़ा प्यारा है वहाँ का हर युवा अल्वेला है ,जहाँ लगता प्रीति वर्ष एक मेलाहै वहाँ मंदिर भी अनेक है लोग जहाँ के नेक है उस भूमि ने प्रहलाद को पाला है जहाँ नरसिंह ने हिरण्य कश्यप मारा है बो प्यारा ग्राम हमारा है । जहाँ बहती माँ बेतवा की पावन जल धारा है जहाँ का बच्चा- बच्चा बड़ा प्यारा है बो डिकोली ग्राम हमारा प्यारा है। जहाँ आज भी कुछ छोटे वन है, प्रहलाद घाट पावन है । हर अतिथि का अभिनंन्दन है ,जहाँ रहते साधु जन है। वो ग्राम अति पावन है ,जहाँ पाया हमने जन्म है बो भूमि भी बड़ी धन्य है उस भूमि को नमन है नमन है .....नमन है@baba ji dikoli
1 year ago