Raj Ashok 19 May 2023 कविताएँ हास्य-व्यंग कागज 6644 0 Hindi :: हिंदी
हम वो कागज है। जरा सी बूंद पानी से गल जाते है। मगर कोई नाव बना दे। तो उस पार भी ,चले जाते है। हम वो कागज है। सीने पे चले कलम तो, अखबार,किताब या, लव लैटर बन जाते। और हो जाए जरुरत खत्म तो रद्दी मे बिक जाते है। हम वो कागज है। जो हजारों ऐतिहासिक घटनाओं के गवाह है। गीता, बाईबल क़ुरान बन पढ़े ओर पुज्ये जाते है । हम वो कागज है।