Beauty yadav 02 Feb 2024 कविताएँ समाजिक प्यारे पापा 18600 1 5 Hindi :: हिंदी
हर तकलीफ को हंस के सहले जो, तेरी खुशियों में खुश हो जाए. सॉरी दुनिया की खुशियां दे, शौक तेरे जो पूरे कर जाए. पैर तेरे जब डगमगाए, तुझे सही रहा पर ले आए. तेरा हाथ जब हो सर पर, साथ खुदा भी आ जाए. खुद रूखी-सूखी खाकर भी, पेट तेरा जो भर जाए. तारीफ करूं कैसे तेरी, शब्दों में इतना जोर नहीं. जो मेरे लिए हर कष्ट सही, वह पापा तेरे बिन कोई और नहीं.
1 month ago